बढ़िया गीत गवनई फिलिमो से अधिका अइसहीं देखे सुने के मिली


आजु यू ट्यूब पर घूमत अपना एगो पुरान दोस्त पंकज प्रवीण के गावल गाना मिल गइल. सुन के जिया के जवन खुशी मिलल कि सोचनी काहें ना रउरो सभ से ओह गवनई से भेंट करा दीं.

पेश बा –

शमा बुझ गइल
सगरो अन्हार हो गइल.
जिन्दगी प्यार से सूना हमार हो गइल.

तोहरा ही दम से हमार साँस ई चलत रहे
तू चल गइलू त जीयल मुहाल हो गइल.

तोड़ के रिश्ता नाता
छोड़ के साथ बुझाता
खो गइलू आसमाँ में तू कहीं.

वाह सजनजी
छोड़ के जनम के नाता
दे गइलू ई दर्द का कहीं,

दिल के धड़कन साँस के हलचल
सगरो लगे बेकार बा
बीच भँवर में नाव फँसल बा
हाथ में ना पतवार बा.

वाह सजनजी
मोड़ के राह बुझाता
ले गइलू अब आस भी कहीं,

पतझड़ के मौसम ई देख
जिनिगी में अब आ गइल
खुशी के एक एक कतरा कतरा
जिनिगी से छीना गइल.

वाह सजनजी
छोड़ के बाँह बुझाता
ले गइलू एहसास भी कहीं.

पिछला 10 मार्च 2023 के पहिला बेर यूट्यूब पर डालल एह गीत के अबहीं ले करीब वयालीस हजार बार सुनल जा चुकल बा. कवनो गैर फिल्मी गायक खातिर ई सम्मानजोग गिनिती बा. खास क के तब अउर जब एह गीत में ऊ फूहड़वन सुने के ना मिली जवना ला बहुते सभ्य लोग भोजपुरी के भला बुरा कहेला.

एमाटोज म्यूजिक के एह प्रस्तुति के लिखले आ गवले बाड़न पंकज प्रवीण. चंदन सिंह के संगीत आ आवाज का साथे एह गीत के रिकार्डिंग पटना के स्टूडियो हॉटबीट में करावल गइल बा. वीडियो बनवले बाड़न सुनील मिश्रा. संपादन आ ग्राफिक्स मनोज के0 मेहता कइले बाड़न.

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