हमार फिलिम दर्शक सपरिवारो देखीहें – अवनि अग्रवाल

avni-agrawalउत्तर प्रदेश के प्रतापगढ जिला के अवनि अग्रवाल लेखन आ निर्देशन के क्षेत्र में एगो जानल पहिचानल नाम हउवन. अनेके एड फिल्म्स आ सीरियलन के लेखन निर्देशन कर चुकल अवनि आपन दोसरकी भोजपुरी फिलिम ले के आवत बाड़ें “दबंग मोरा बालमा”. पेश बा उनुका से भइल बातचीत के कुछ अंशः

अवनि अग्रवाल जी, सबसे पहिले त रउरा के बहुत बहुत शुभकामना “दबंग मोरा बालमा” ला.
जी बहुत बहुत धन्यवाद

अवनि जी, निर्देशन करे के काहे सोचनीं?
शुरूए से रंगमंच से जुडल रहल बानी. अभिनय आ लेखन करत एक बेर एगो नाटक निर्देशित करे के मौका मिलल, त फेर निर्देशन में मजा आवे लागल. मुंबई अइनी त पहिला मौका केतना मेहता जी के सीरिय्ाल “चाचा चौधरी” में बतौर सहायक निर्देशक के मिलल.

“सजन परदेशिया” क बाद रउरा ढेर दिन ला एकदमे से गायब हो गइल रहीं, काहे?
हम गायब ना रहीं, कुछ सीरियल्स में अझूराइल रहीं. भोजपुरी खातिर ई खामोशी लमहर एहसे हो गइल कि हम कुछ बढ़िया दिहल चाहत रहीं आ जब ओकर खोज “दबंग मोरा बालमा” के रूप में पूरा हो गइल त अपना भोजपुरी दर्शकन क सोझा वापिस आ गइनी.

आपके फिलिम पारिवारिक आ सामाजिके होले जबकि ढेरे निर्देशक व्यावसायिक नजरिया से बहुते कुछ इस्तेमाल करेलें?
देखीं, हम मानीलें कि अल्पकालीन सफलता ला लोग दू अर्थी गाना आ संवाद डाल त देलें बाकिर दर्शकन पर ऊ टिके ना. हमरा फिलिमन में मनोरंजन क साथही सामाजिक सरोकारो जुड़ल रहेला काहे कि हम चाहीलें कि पूरा परिवार एक साथे बइठ के हमार फिलिम देखो. केहू के हटे के इंतेजार मत करो कवनो सीन देखे भा गाना सुने ला.

“दबंग मोरा बालमा” फिलिम से आपके कइसन अनुभव रहल?
बहुते शानदार. प्री प्रोडक्शन से लगाइत पोस्ट प्रोडक्शन ले हमार सगरी तकनीशियन बहुते बढ़िया कइले. ओह लोग के भरपूर सहयोग मिलल. कलाकारन के देखल जाव त विराज भट्ट, मोनालिसा, नीलिमा सिंह, सीमा सिंह आ सुरेन्द्र पाल समेत सगरी कलाकार बढ़िया काम कइलें आ सहयोग दिहलें जवना के रिजल्ट बा कि एगो बढ़िया रोमांटिक, पारिवारिक, ड्रामेटिक एक्शन फिल्म “दबंग मोरा बालमा” रउरा सोझा बा.

“दबंग मोरा बालमा” के बाद का?
बेसी कुछ त ना बाकि एगो भोजपुरी आ एगो हिन्दी फिल्म पर काम चलत बा. फाइनल होखते बताइब. आ चले से पहिले धन्यवाद दिहल चाहब अमृत क्रिएशन्स के निर्माता जयेश पटेल जी के, जे हमरा पर भरोसा रखनी आ भरपूर सहयोग दिहलीं. धन्यवाद पूरा टीमो के जे हर डेग डेग से मिला के चलल. आ आखिर में अपना माता पिता के आभार जताएब जिनकर आशीर्वाद हमरा के एहिजा ले चहुँपवलसि.


(संजय भूषण पटियाला)

0 Comments

Submit a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *